बुधवार, मार्च 23, 2011

कसूरवार


''कितना कसूरवार इंसान हूँ, रोज़ एक नया झूठ बोलता हूँ."
"नहीं यार, तुम से ज्यादा कसूरवार तो वो हैं."
"कौन ?"
"जो पिछले 60 सालों से एक ही झूठ बार बार बोल रहें है."
"क्या झूठ है ?"
" ये कि विकास .............................

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