गुरुवार, जून 09, 2011

लाइक


आँख बंद करके अनुशरण करना उस मुल्क की फितरत बन चुकी थी . फेसबुक आई तो भी लोगों ने ये तरीका अपनाया कि कोई भी कुछ लिखे लाइक कर दो. किसी ने एक बड़ी दुःख दायक सूचना दी. सदी का सबसे बड़ा चित्रकार नहीं रहा. लोगों ने धडाम से लाइक करना शुरू कर दिया. सूचना देनेवाले ने मुकुल के लिए लिखा की इस दुखद सूचना में लाइक करने लायक क्या है. मुकुल ने उस टिप्पणी को भी लाइक कर दिया. चूँकि अब सूचना देनेवाले को गुस्सा आ गया, लिखा, '' मुकुल ने मेरे कहने के बाद भी नहीं माना सच में ही गधा है."
इस टिप्पणी पर भी उससे लाइक का ब ट ........न

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